कुछ शीर्ष वायरोलॉजिस्ट या विषाणु वैज्ञानिकों का कहना है कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर का डर बेबुनियाद है. उनके अनुसार देश में कभी भी जल्द कोरोना संक्रमण बढ़ने को लेकर कोई वैज्ञानिक आधार उपलब्ध नहीं है. डॉ. रणदीप गुलेरिया (Randeep Guleria) ने हाल ही में देश में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) की तीसरी लहर (Corona Third Wave) को लेकर चेतावनी दी है. उनका कहना है कि कोविड-उपयुक्त व्यवहार का ठीक से पालन नहीं किया गया और भीड़-भाड़ नहीं रोकी गई तो अगले छह से आठ हफ्ते में ही कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर देश में दस्तक दे सकती है. हालांकि उनके इस दावे के उलट कुछ शीर्ष वायरोलॉजिस्ट या विषाणु वैज्ञानिकों का कहना है कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर का डर बेबुनियाद है. उनके अनुसार देश में जल्द कोरोना संक्रमण बढ़ने को लेकर कही भी कोई वैज्ञानिक आधार उपलब्ध नहीं है. वायरोलॉजिस्ट डॉ. टी जैकब जॉन का कहना है कि जब तक देश में कोरोना वायरस संक्रमण का कोई नया वेरिएंट सामने नहीं आता, तब तक तीसरी लहर संभव नहीं है. उनका कहना है कि मौजूदा कोरोना वेरिएंट संक्रम...
हमारे यहां इनमें से 4 वैरिएंट पाए गए हैं जिन्हें डब्ल्यूएचओ ने अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा कहा है. डेल्टा वह है जिसे भारत में पहचाना गया था.राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के निदेशक डॉ एसके सिंह ने बताया कि अभी तक पूरे देश भर में डेल्टा प्लस के 48 मामले सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि 8 राज्यों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा, “8 राज्य महत्वपूर्ण हैं जहां हमें चिंता पैदा करने वाले वैरिएंट (डेल्टा वैरिएंट) के 50% से अधिक मिले हैं. ये राज्य हैं आंध्र प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल.” मंत्रालय ने कहा कि अबतक (जीनोम) अनुक्रमण किये गये 45000 नमूनों में से कोविड के डेल्टा प्लस स्वरूप के 48 मामले सामने आये और उनमें से सबसे अधिक 20 महाराष्ट्र के हैं. सरकार ने कहा कि तमिलनाडु में डेल्टा प्लस के नौ मामले सामने आए हैं जबकि मध्य प्रदेश में सात, केरल में तीन, पंजाब और गुजरात में दो-दो तथा आंध्र प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, जम्मू और कर्नाटक में एक-एक मामले सामने आए हैं केंद्र सरकार ने कहा कि भारत में कोविड-19 के 90 फीसदी मामले बी.1....
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