भारत में Delta Plus वैरिएंट के 48 मामले, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा- वैरिएंट पर कारगर हैं Covidshield और Covaxin
हमारे यहां इनमें से 4 वैरिएंट पाए गए हैं जिन्हें डब्ल्यूएचओ ने अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा कहा है. डेल्टा वह है जिसे भारत में पहचाना गया था.राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के निदेशक डॉ एसके सिंह ने बताया कि अभी तक पूरे देश भर में डेल्टा प्लस के 48 मामले सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि 8 राज्यों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा, “8 राज्य महत्वपूर्ण हैं जहां हमें चिंता पैदा करने वाले वैरिएंट (डेल्टा वैरिएंट) के 50% से अधिक मिले हैं. ये राज्य हैं आंध्र प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल.” मंत्रालय ने कहा कि अबतक (जीनोम) अनुक्रमण किये गये 45000 नमूनों में से कोविड के डेल्टा प्लस स्वरूप के 48 मामले सामने आये और उनमें से सबसे अधिक 20 महाराष्ट्र के हैं. सरकार ने कहा कि तमिलनाडु में डेल्टा प्लस के नौ मामले सामने आए हैं जबकि मध्य प्रदेश में सात, केरल में तीन, पंजाब और गुजरात में दो-दो तथा आंध्र प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, जम्मू और कर्नाटक में एक-एक मामले सामने आए हैं
केंद्र सरकार ने कहा कि भारत में कोविड-19 के 90 फीसदी मामले बी.1.617.2 (डेल्टा) स्वरूप के हैं. उसने कहा,‘‘ 35 राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के 174 जिलों में चिंताजनक कोविड स्वरूप के मामले पाये गए हैं. इनमें से सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और गुजरात में मिले हैं.’’ सरकार ने कहा कि कोविड-19 के चिंताजनक स्वरूप के मामलों का अनुपात मई, 2021 के 10.31 फीसदी से बढ़कर जून, 2021 में 51 फीसदी हो गया
बायोटेक्नोलॉजी विभाग की सचिव रेणु स्वरूप ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में, पहला वैरिएंट ऑफ कंसर्न यानी चिंता पैदा करने वाला वैरिएंट ब्रिटेन द्वारा घोषित किया गया था जहां इसकी पहचान की गई थी और बाद में अब हमारे यहां इनमें से 4 वैरिएंट पाए गए हैं जिन्हें डब्ल्यूएचओ ने अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा कहा है. डेल्टा वह है जिसे भारत में पहचाना गया था
Comments
Post a Comment